डेंगू अपने–आप ठीक होने वाली बीमारी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को अधिक लिक्विड के साथ कम फैट वाला डायट लेना चाहिए। डेंगू की बीमारी का डर एक ऐसी समस्या है, जिसका हम सभी को मानसून के दौरान सामान करना पड़ता है! अगर हम अपने शरीर का ख्याल न रखें, तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। डेंगू बुखार के इलाज में डायट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। हैदराबाद के प्राइम हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड में न्यूट्रिशनिस्ट और डायट डायटीशियन तनुजा खुराना का कहना है, “हमारे शरीर को रिकवर होने के लिए समय, एनर्जी और सही फूड्स की ज़रूरत होती है।” ऐसे में शरीर पर पड़ने वाले डेंगू के प्रभाव को समझने से एक ऐसी डायट तैयार करने में सफलता मिलती है, जो लोगों को ठीक होने में सहायता करती है।
डेंगू बीमारी में डायट की ज़रूरी चीज़ें
- फलों का रस
डॉक्टर खुराना का कहना है, “हाइड्रेट रहना बहुत ज़रूरी है। डेंगू डायट में पानी के साथ आइसोटोनिक फ्लूएड्स जैसे बहुत सारे लिक्विड लेने चाहिए। व्यक्ति को लगातार फलों का रस पीना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में प्लेटलेट काउंट और फाइब्रिनोजेन लेवल को बढ़ाने में मदद करता है। जैसे–जैसे फाइब्रिनोजेन का लेवल बढ़ता है, वैसे–वैसे हमारे प्लेटलेट्स अपने आप बढ़ जाते हैं।”
- फिश, चिकन और पनीर
उन्होंने कहा, “हमारे शरीर को मज़बूत बनाने और स्वस्थ होने के लिए प्रोटीन की ज़रूरत होती है। ऐसे में मांसाहारी लोगों को डेंगू से रिकवर होने के लिए प्रोटीन के स्रोत के रूप में चिकन, मछली और अंडे के सेवन की सलाह दी जाती है। टोफू, पनीर और बीन्स शाकाहारी लोगों के लिए अच्छे विकल्प हैं। रोगी को लाल बीन्स की जगह सफेद बीन्स का सेवन करना चाहिए। यह ध्यान रखें कि शरीर को लीन प्रोटीन की भी ज़रूरत होती है।”
- हरी सब्जियां
उन्होंने कहा, “पालक, शिमला मिर्च, बीन्स और शतावरी जैसी सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि इनमें फोलेट होता है, जो हेल्दी सेल्स में वृद्धि करता है और फैलने में मदद करता है। डेंगू के कम प्लेटलेट काउंट की समस्या में इनका सेवन बहुत ज़रूरी हैं। डेंगू डायट में विटामिन से भरपूर फूड्स, जैसे अंकुरित अनाज और ब्रोकोली शामिल करें। यह ब्लड को थक्का बनने और ब्लड फ्लो को रोकने के लिए ज़रूरी है।”
- पपीता, सेब और संतरा
डॉक्टर खुराना पपीता, संतरा, नाशपाती और सेब खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि ये फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं और शरीर को तेज़ी से ठीक होने में मदद करते हैं। पपीता फाइब्रिनोजेन के लेवल को बढ़ाता है और डेंगू के इलाज में मदद करता है।
डॉक्टर खुराना का कहना है, “बटर जैसे हाई फैटी फूड्स और बेकरी आइटम से बचें। मसालेदार फूड्स और कैफीन युक्त ड्रिंक्स से बचें, क्योंकि इनसे अधिक पेशाब होता है और डेंगू में बहुत अधिक पानी की ज़रूरत होती है। इनका सेवन करने से समस्या और बढ़ जाती है।”
मोहाली के मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट आस्था खुंगर ने डेंगू के लिए ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के लिए निम्न का सेवन करने की सलाह दी है:
- वह कहती हैं, “ब्रेकफास्ट में सुबह दलिया या ओट्स लें। हाइड्रेट रहने के लिए नींबू पानी पिएं। ब्रेड का सेवन न करें।“
- लंच में पनीर के साथ सूप या बाजरे की खिचड़ी खाएं।
- डिनर में दाल और चावल ले सकते हैं। इसके अलावा, कस्टर्ड खाएं, क्योंकि शरीर को कैलोरी की ज़रूरत होती है।‘
बेंगलुरु के मणिपाल हॉस्पिटल मिलर्स रोड के इंटरनल मेडिसिन विभाग के कंसल्टेंट डॉक्टर प्रमोद वी सत्या का कहना है, “शुरुआत के 3 से 5 दिनों के बीच, हमारा लीवर इन्फेक्शन से लड़ने के लिए कड़ी मेहनत करता है। इसके कारण लिवर में सूजन आ जाती है, भूख कम हो जाती है और मतली होने लगती है। इसलिए बहुत अधिक ऑयली स्नैक्स या हाई फैट वाले फूड्स न खाएं, क्योंकि इसे पचाने में लीवर को ज़्यादा मेहनत करनी होती है।”
डेंगू अपने–आप ही धीरे–धीरे खत्म होने वाली बीमारी है, इसलिए लोगों को कम फैटी डायट लेनी चाहिए और बहुत सारे लिक्विड का सेवन करना चाहिए।