दिवाली एक बड़े त्योहार में से एक है। दशहरे के बाद दिवाली की धूम आती है। हर तरफ रोशनी, जगमगाती चांदनी, दीपक, पूरे सप्ताह पटाखे, मीठे भोजन, खुशहाल पारिवारिक पलों के साथ दिवाली तुरंत याद आ जाती है। यह त्यौहार रोशनी और आतिशबाजी से मनाया जाता है। हम त्योहार को न केवल पारंपरिक तरीके से मनाते हैं बल्कि आधुनिक दुनिया के लिए आवश्यक बदलावों के साथ भी मनाते हैं। आपने त्योहार मनाने की तैयारी तो कर ली है ना? कौन से खाद्य पदार्थ तैयार करने चाहिए? किसे आमंत्रित किया जाना चाहिए? आमतौर पर आपके पास जश्न मनाने की पूरी लिस्ट होती है। लेकिन इस बार हैपिएस्ट हेल्थ आपको ‘दिवाली बॉक्स’ की जानकारी दे रहा है जो सरल और रखने में आसान है।
हमें अन्य त्योहारों की अपेक्षा इस त्योहार को मनाने के दौरान सावधानी बरतनी चाहिए। जिस घर में छोटे बच्चे होते हैं, वहां कई दुर्घटनाएं होने की संभावना होती है, जैसे रोशनी जलते समय दीपक की लौ से जलने की चोटें, खेलते समय बच्चे गिर जाते हैं या घायल हो जाते हैं और जब घर में बुजुर्ग लोग हों तो सावधानियां बरतनी चाहिए। पटाखे जलाते समय हो सकता है कोई हादसा हो जाए। वैसे त्योहारों के जश्न के दौरान अपनी जरूरत की चीजें ढूंढना कोई आसान काम नहीं है यह काफी मुश्किल हो जाता है। इसलिए आप अपने घर में दीवाली के लिए पहले से ही एक ‘फर्स्ट-एड बॉक्स’ तौयार करके रख सकते हैं। लेकिन दिवाली की ये खास तैयारी आपको और आपके परिवार को बचा सकती है।
‘हैप्पीएस्ट हेल्थ दिवाली बॉक्स’ – वो चीज़ें जो आपको ज़रूर इकठ्ठी करनी चाहिए
जलने का इलाज (Burn):
दीए जलाते समय, पटाखे फोड़ते समय जलने की संभावना रहती है। डॉ. का कहना है कि मामूली जलन के लिए किसी उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। कुमार, (एसोसिएशन ऑफ इमरजेंसी फिजिशियन ऑफ इंडिया के सदस्य) बताते हैं कि सिल्वर सल्फाडियाज़िन का प्रयोग पर्याप्त होता है। जले हुए हिस्से को 15 से 20 मिनट तक नल के पानी के नीचे रखें। उस पल की चिंता से बचने के लिए घर में पानी से भरी बाल्टी रखना एक अच्छा विचार है। प्राथमिक उपचार के लिए अपनी किट में एलोवेरा जेल और एंटीसेप्टिक क्रीम ज़रूर रखें।
ध्वनि प्रदूषण (Noise Pollution):
शहरी क्षेत्रों सहित शहर के सभी हिस्सों में त्योहार के दौरान पटाखे फोड़ने से उत्पन्न होने वाले शोर से छोटे बच्चों और बुज़ुर्गों को नुकसान हो सकता है। हालांकि त्योहार के दौरान आप इस शोर से बच नहीं सकते, लेकिन एहतियात के तौर पर आप कानों में कॉटन बॉल का इस्तेमाल कर सकते हैं और ईयर प्लग पहन सकते हैं।
पटाखे फोड़ते समय बरती जाने वाली सावधानियां:
दस्ताने- पटाखे फोड़ने से पहले यदि आवश्यक हो तो दस्ताने ज़रूर पहनें
आंखों की सुरक्षा- पटाखे फोड़ते समय सुरक्षात्मक चश्मा पहनें। इसके अलावा आई ड्रॉप को भी स्टोर करके रखें
अगर हो सके तो सूती कपड़े पहनें
प्राथमिक चिकित्सा (first aid):
इस बॉक्स में बैंड-एड्स, पट्टी और प्लास्टर रखें। घावों को पोंछने के लिए रुई, कैंची और घाव पर लगाने वाला पाउडर इकट्ठा करें। सिरदर्द, बुखार होने पर ली जाने वाली आवश्यक दर्दनिवारक (pain killers) दवाओं को न भूलें। आपके द्वारा नियमित रूप से उपयोग की जाने वाली किसी भी दवा को स्टोर करके रखें।
आपातकालीन नंबर (Emergency Number):
यह बॉक्स उन फ़ोन नंबरों को सूचीबद्ध करता है जिनकी आपको किसी आपात स्थिति में कॉल करने की आवश्यकता है। उस सूची में अपने पारिवारिक डॉक्टर, आसपास के अस्पतालों की संख्या, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड के नंबर भी शामिल करें।
टेकअवे:
दिवाली के त्योहार पर हादसे की आशंका बनी रहती है। आप इसे सबसे पहले रोकने का प्रयास कर सकते हैं।
पटाखे फोड़ने से पहले चश्मा पहनें
प्राथमिक उपचार के लिए बैंड-एड्स, पट्टी और प्लास्टर, घाव पोंछने के लिए रुई, कैंची और घाव पर लगाने वाला पाउडर रखें।
किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए आवश्यक फ़ोन नंबरों की एक लिस्ट बनाकर पहले से ही एक बॉक्स में रख लें।