हेल्दी डायट से वज़न घटाने में बहुत मदद मिलती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, अतिरिक्त कैलोरी बर्न करने के लिए इन फूड्स का करें सेवन
वज़न घटाने का एक विशेष तरीका यह है कि अतिरिक्त कैलोरी बर्न की जाए और इसके लिए बुद्धिमानी से फूड्स का चुनाव करना बहुत ज़रूरी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि डायट में ऐसे फूड्स को शामिल करना बेहतर होता है, जो नेचुरल फैट बर्नर के रूप में काम करते हैं। किसी के मेटाबॉलिज्म में सुधार करके या उन्हें संतुष्ट महसूस कराकर वज़न घटाने में सहायता की जा सकती है, जिससे लोग अधिक भोजन करना छोड़ सकते हैं।
दिल्ली स्थित न्यूट्रिशनिस्ट इशी खोसला बताती हैं कि एक्सरसाइज़ के अलावा, न्यूट्रिशन से भरपूर फूड्स और कम कैलोरी वाली डायट वज़न कम करने के लिए सबसे उपयुक्त है, क्योंकि केवल कैलोरी और फैट कम करना ही पर्याप्त नहीं होता है।
दिल्ली स्थित न्यूट्रिशनिस्ट अवनी कौल कहती हैं कि नेचुरल फैट बर्नर विभिन्न तरीके से वज़न घटाने में मदद करते हैं, लेकिन आपको यह पता लगाने के लिए डायटीशिन से सलाह लेनी चाहिए कि आपके लिए सबसे अच्छा क्या होगा।
इन एक्सपर्ट्स के अनुसार, कुछ नेचुरल फैट बर्नर हैं, जिन्हें डायट में शामिल किया जा सकता है:
- हल्दी
कौल कहती हैं, “हल्दी में कर्क्यूमिन नामक एक ऐक्टिव कंपाउंट होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और इससे वज़न कम करने में सहायता मिल सकती है। कर्क्यूमिन के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फैट टिश्यू में सूजन को कम करके वज़न कम करने में सहायता कर सकते हैं। हल्दी को करी, स्मूदी या दूध में मिलाया जा सकता है। इसे काली मिर्च के साथ मिलाकर सेवन करने से अवशोषण को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।
- दाल और फलियां
मूंग, लाल राजमा, पीले चने, काले मटर और पिंटो बीन्स जैसी दालें और फलियां प्रोटीन, फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट के भरपूर स्रोत हैं। कौल बताती हैं, “दाल और फलियों के सेवन से आपको लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता और फैट कम होने के साथ-साथ आवश्यक न्यूट्रिशन भी प्राप्त होता है। इससे आप अधिक भोजन नहीं करते हैं और आपको वज़न घटाने में मदद मिलती है।”
बेंगलुरु स्थित डायबिटीज एक्सपर्ट डॉ. अश्विता श्रुति दास कहती हैं, “नियमित आधार पर इनका सेवन करने से ब्लग शुगर लेवल में वृद्धि नहीं होती है और वज़न घटाने में मदद मिलती है।”
दालें और फलियां सूप या सलाद में मिलाकर खा सकते हैं। इन्हें मसालों और सब्जियों के साथ मिलाने से भोजन का स्वाद तो बढ़ता ही है, साथ ही न्यूट्रिशन भी बढ़ता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स
खोसला कहती हैं, “ऑयली फिश (जैसे सैल्मन, मैकेरल और हेरिंग), अलसी और अखरोट जैसे फूड्स में पाए जाने वाले ओमेगा -3 फैटी एसिड शरीर के वज़न को कम करने और मन को संतुष्टि पहुंचाने का काम करते हैं।
कई रिसर्च से पता चला है कि मछली या फैट के ऐसे अन्य स्रोत का सेवन करने से संतुष्टि मिलती है और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होती है, जिससे वज़न घटाने और संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में बहुत मदद मिलती है।”
अखरोट या अलसी के बीज का सेवन साबुत या स्मूदी और शेक के साथ मिलाकर करें। इसके अलावा, मसालों और थोड़े से तेल के साथ मछली को पकाने से प्रोटीन मिल सकता है।
- दालचीनी
कौल कहती हैं कि दालचीनी ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और भोजन की इच्छा को रोकने में मदद कर सकती है। इस सुगंधित मसाले से मेटाबोलिज्म ठीक होता है और पाचन में मदद मिलती है, जिससे यह वज़न के लिए शामिल किए जाने वाले फूड्स में से एक फूड बन जाता है। दालचीनी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं, जो लंबे समय में वज़न कम करने के लिए प्रभाव डालते हैं। स्वादिष्ट बनाने के लिए दलिया, दही या फल पर दालचीनी डालें। इसे कॉफी या चाय में भी मिलाया जा सकता है।”
- ग्रीन टी
कौल कहती हैं, “ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है और वज़न कम करने और फैट बर्न करने का काम करती है। इसमें कैटेचिन, प्लांट बेस्ट फाइटोकेमिकल्स का ग्रुप होता है, जो मेटाबोलिज्म को बेहतर करता है और फैट ऑक्सिडेशन को बढ़ाता है।”
खोसला बताती हैं कि कैटेचिन फ्लेवोनोइड्स, कैटेकोलामाइन हार्मोन (वे हार्मोन, जो टिश्यू और ऐक्टिव मांसपेशियों में फैट बर्न करने में मदद करते हैं) को तोड़ने वाले एंजाइम को रोक कर फैट ऑक्सिडेशन और बर्न करने का काम करता है।
डॉ. दास का कहना है कि ग्रीन टी अन्य पेय पदार्थों के लिए एक अच्छा रिप्लेसमेंट है और वज़न घटने में मदद करने के लिए शुगर के बिना उपयोग किया जा सकता है। ग्रीन टी बनाने के लिए टी बैग्स या कुछ पत्तियों को कुछ मिनटों के लिए गर्म पानी में डाल कर तैयार करें। ताज़गी के लिए इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं
- साबुत अनाज
कौल के अनुसार, “अपने भोजन में साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, क्विनोआ और होल वीट ब्रेड को शामिल करें, जो फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत हैं। ये फूड्स धीरे-धीरे पचते हैं और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है, जिससे वज़न कम करने में मदद मिलती है। साबुत अनाज को मुख्य भोजन के रूप में शामिल किया जा सकता है, साथ ही अतिरिक्त न्यूट्रिशन के लिए इन्हें साइड डिश या सलाद के रूप में भी खाया जा सकता है।”
- पपीता
कौल कहती हैं, “पपीता एक शानदार फैट बर्नर है और वज़न घटाने के लिए सबसे अच्छे उष्णकटिबंधीय फलों में से एक है। कम कैलोरी और अधिक फाइबर होने के अलावा, पपीते में पपेन नामक एक एंजाइम होता है, जो पाचन में मदद करता है और इससे वज़न कम करने में मदद मिलती है। इसमें ज़रूरी विटामिन और मिनरल भी होता है, जो इसे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प बनाता है।”
डॉ. दास सुझाव देती हैं, “पपीता, पोषक तत्वों से भरपूर एक पौष्टिक फल है, जो कैलोरी से भरपूर स्नैक्स का अच्छा विकल्प हो सकता है। पपीते को कच्चा या कलरफुल फलों के सलाद में मिला कर खा सकते हैं। इसे स्मूदी के साथ मिलाकर या साल्सा और चटनी में मिलाकर भी खा सकते हैं।”