बेंगलुरु भीषण जल संकट से जूझ रहा है। कई नागरिक गंदे स्रोतों से पानी पीने को मजबूर हैं। जिससे स्वास्थ्य संकट पैदा हो सकता है।
बारिश में खुश होने से लेकर पानी की बूंद तक की समस्या सिर्फ इंसानों को ही नहीं बल्कि हर किसी को परेशान कर रही है। मछलियां मर गई, जानवर प्यासे हैं। ये मोर पानी की एक बूंद के लिए भी संघर्ष कर रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में सभ्यता के लिए चल रहे कार्यों के कारण अधिकांश झीलें सूख गई हैं। भूजल सूख रहा है और अधिकांश क्षेत्रों में यह पीने लायक नहीं है।
यह घर-घर की कहानी है। विवेकनगर में यह जोड़ा पानी लेकर जाते हुए। अगली कुछ स्लाइड्स में हम देख सकते हैं कि बेंगलुरु किस तरह संघर्ष कर रहा है। क्योंकि एक तस्वीर हज़ारों शब्द बोलती हैं।
कोरमंगला के पास, राजेंद्र नगर का दृश्य
राजराजेश्वरी नगर
होसाकेरे हल्ली का दृश्य
एक महिला टैंकर का इंतजार कर रही है