वीगन या पूर्ण वीगन जीवन शैली ने दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये खाने लायक हैं या शुद्ध रूप से स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर आधारित हैं। रिसर्च संख्या दर्शाती है कि पौधे-आधारित आहार अन्य की तुलना में बेहतर स्वस्थ्य होते हैं।
शाकाहार की समझ
एक वीगन आहार में सभी जंतु और जंतु उत्पादित खाद्य पदार्थ शामिल नहीं होते हैं, जैसे सभी मांस, सीफूड, मुर्गी पालन, अंडे और डेयरी उत्पाद। वीगन की अवधारणा में नए लोगों के लिए, यहाँ एक वीगन थाली को समझने और उससे अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश हैं।
सही रिप्लेसमेंट के बारे में जानें
वीगन लोगों को अपने भोजन में आवश्यक पोषण को लेकर अतिरिक्त जागरूक रहने की आवश्यकता है। इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव न्यूट्रिशन, न्यूयॉर्क की सर्टिफाइड हेल्थ कोच प्रीति त्यागी का मानना है कि हालांकि वीगन को अपनाने वाले कई लोग हैं, लेकिन इसके लिए क्या खाना चाहिए और कैसे खाना बनाना चाहिए, इस पर बहुत विचार करने की आवश्यकता है।
वह कहती है कि “घी, मक्खन, दही और क्रीम जैसे उत्पाद वीगन व्यंजनों का हिस्सा नहीं हो सकते। इसलिए, जो लोग वीगन बनने की योजना बना रहे हैं, उन्हें मक्खन, तेल, दूध या दही की अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नारियल, बादाम, काजू, सोया और मूंगफली जैसे पौधों या नट्स से बने उत्पादों को अपनाना चाहिए।”
B12 की कमी
यह सबको पता है कि पौधे-आधारित खाद्य पदार्थों में विटामिन B12 नहीं होता है। साल 2013 समीक्षा पत्र (रिव्यू पेपर), चिकित्सकों के लिए पोषण संबंधी सुधार: पौधे-आधारित आहार, इस बात पर जोर देती है कि जो व्यक्ति पूरी तरह से पौधे-आधारित आहार का पालन करते हैं, वे B12 की कमी की चपेट में आ सकते हैं और उन्हें विटामिन B12 सप्लीमेंट या इसके साथ फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ लेने की आवश्यकता होगी।
वाइटल ट्राइका
नई दिल्ली स्थित एक दशक से डाइट कोच रहे अनिरुद्ध शंकर कहते हैं “ऐसे विटामिन की [कमी] जो वीगन के लिए चिंता का विषय है, वे ह–ैं कैल्शियम, आयरन और ज़िंक। इसलिए उनके आहार पर सावधानीपूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता है।”
त्यागी हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, फूलगोभी, और केल जैसे कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का बेहतर तरीके से सेवन करने की सलाह देते हैं।
विशेषज्ञ मार्गदर्शन
शंकर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं: भारत में जो लोग वीगन बनने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए भारत में पोषण विशेषज्ञ, सूक्ष्म पोषक तत्वों और ली जाने वाली मात्रा पर उचित, जनसांख्यिकी-विशिष्ट मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। उनका कहना है कि शाकाहारी भोजन पर ऑनलाइन जानकारी पश्चिमी आबादी के लिए आकर्षक बन चुके हैं। वे कहते हैं कि “[अक्सर] टोफू जैसे खाद्य पदार्थ – वीगन के लिए कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा करने का एक विकल्प – भारत में आसानी से उपलब्ध नहीं है।”