महिलाओं में होने वाला योनी स्राव एक सामान्य और बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। जिसकी जरूरत उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें हमेशा होती है। ये एक क्रीमी सा अम्लीय (एसिडिक) पदार्थ होता है जो महिलाओं की योनि को नम बनाए रखने का काम करता है। साथ ही ये समय-समय पर निकलकर योनि की सफाई भी करता है, जिससे संक्रमण से बचने में भी मदद मिलती है। अक्सर महिलाएं योनि स्राव या फिर इस तरह के अन्य विषयों पर बात करने में शर्म और संकोच करती हैं। लेकिन अपने बेहतर स्वास्थ्य और जंननागों की सफाई के बारे में सभी महिलाओं को जागरूक रहना चाहिए। बात करें योनि स्राव की, तो इसके कई सारे प्रकार और रंग भी होते हैं जो महिलाओं के स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बताते हैं। इनके रंग और गंध में अन्तर होने का मतलब ये भी हो सकता है कि महिलाओं में स्वास्थ्य डिसऑर्डर की शुरुआत हो सकती है।
डॉ. टी. राजेश्वरी रेड्डी, स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान विशेषज्ञ, रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल एवं बर्थ राइट, हैदराबाद, बताती हैं एक सामान्य वेजाइना से डिस्चार्ज पानी की तरह ट्रांसपेरेंट, स्लाइम जैसा बिना दुर्गंध वाला और बिना खूजली वाला होता है। इससे हमें पता चलता है कि हमारा बायो फ्लोरा सही है और वेजाइना हेल्दी है। वेजाइनल एपिथेलियम और फ्लोरा महिलाओं को रोजर्मरा के जीवन में होने वाले संक्रमण के खतरे को कम करता है। महिलाओं को पब्लिक वॉशरूम इस्तेमाल करने, दिन भर ट्रैवलिंग करने, पसीना आने या लंबे वक्त तक एक ही कपड़े पहनने से कई तरह के संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है।
इसी विषय पर, डॉ स्वास्ति सिंह स्त्री रोग एवं प्रसूति विज्ञान विशेषज्ञ, नैनी हॉस्पिटल प्रयागराज बताती हैं कि जैसे हमारी आंखों में नमी ज़रूरी है, उसी तरह योनी में नमी के लिए डिस्चार्ज बहुत महत्वपूर्ण है। पीरियड के 12 से 14 दिन के अंदर हमारी वेजाइना से सफेद रंग का जो डिस्चार्ज होता है, जिसमें कोई बदबू नहीं होती है वह एक तरह से हेल्दी स्राव होता है।
महिलाओं की योनि से स्राव क्यों है ज़रूरी?
स्राव महिलाओं के योनि स्वास्थ्य का महत्वपूर्ण हिस्सा है और सामान्यत: सफेद रंग का होता है, जो योनि के अंदर की स्वच्छता और स्वस्थ योनि के माइक्रोफ्लोरा को बनाए रखने में मदद करता है। इस प्रक्रिया में, योनि से स्राव होना सामान्य रूप से रोजाना हो सकता है और यह महिलाओं के योनि स्वास्थ्य का एक विशेष अंग है। आमतौर पर, योनि से होने वाला हल्का स्राव बिल्कुल सामान्य होता है लेकिन मासिक धर्म के समय इनके रंग और गंध में अन्तर होता है। ऐसे में, किसी तरह की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
वेजाइनल डिस्चार्ज का कारण
योनी स्राव के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं योनि के स्वास्थ्य से संबंधित बदलाव जैसे – इंफेक्शन, हार्मोनल परिवर्तन (जैसे कि गर्भावस्था, ओवुलेशन), गर्भावस्था, साफ़ सफाई की लापरवाही, या फिर योनि से सम्बन्धित अन्य समस्याएं इनमें शामिल हैं जैसे योनि के फ्लोरा में असंतुलन, योनि में इंफेक्शन (जैसे कि बैक्टीरियल वेजिनोसिस,यीस्ट इंफेक्शन), योनि उत्तेजना, मेनोपॉज, कुछ दवाओं का नियमित सेवन (एंटीबायोटिक्स या स्टेरॉयड्स), डायबिटीज या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं।
डॉ स्वास्ति बताती हैं “वेजाइनल डिस्चार्ज कई तरह के होते हैं, जिसमें ऑव्यूलेशन या पीरियड साइकल के 14 दिन के आसपास आपको स्राव हो सकता है। इस दौरान आपको चिपचिपा स्राव हो सकता है, जो कि नॉर्मल माना जाता है। लेकिन अगर आपका डिस्चार्ज गाढ़ा हो या बहुत खुजली व र्दुगंध के साथ आ रहा हो, तो वह नॉर्मल स्राव नहीं है।”
योनी स्राव बहुत ज्यादा होना या असामान्य रूप से होना एक संकेत हो सकता है कि शरीर में कुछ गलत हो रहा है। ऐसे में, आप स्राव के रंग, गंध और मात्रा, मामूली से अधिक होने पर ध्यान ज़रूर दें।
वेजाइनल डिस्चार्ज के लक्षण
डॉ. राजेश्वरी रेड्डी बताती हैं “यदि योनि से होने वाले स्राव का रंग सफेद से बदलकर पीला, हल्का हरा, ब्राउन है और इसमें खुजली के साथ-साथे दिखने में दही व पनीर जैसा है, साथ ही इसमें दुर्गंध भी बहुत है। स्राव में ये सभी बदलाव योनि के संक्रमण के संकेत हैं।”
सामान्य स्राव में कोई बदबू नहीं होती है जबकि असामान्य स्राव में बदबू का होना आम बात है। स्राव में साथ जलन और खुजली का अनुभव संक्रमण के संकेत हैं। सामान्य स्राव का रंग साफ या सफेद होता है, जबकि असामान्य स्राव में लाल से गहरा भूरा, पीला रंग या हरा हो सकता है। महिलाओं को अपने होने वाले स्त्राव की मात्रा पर ध्यान देना चाहिए ये ज्यादा न हो और बहुत ज्यादा गाढ़ा न हो।
योनि को स्वस्थ बनाए रखने के लिए देखभाल है ज़रूरी
महिलाओं को किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए अपनी वेजाइना की सफाई पर खास तौर से ध्यान देना चाहिए। योनि को नियमित रूप से साफ करें, आप इसके लिए हल्के गरम पानी का इस्तेमाल कर सकती हैं। धोने के बाद किसी कॉटन कपड़े की मदद से उस जगह को अच्छी तरह से खूखाएं। महिलाओं को समय समय पर गाइनेकोलॉजिस्ट से मिलते रहना चाहिए। शरीर में किसी भी तरह के बदलाव को रोकने के लिए नियमित चेकअप कराते रहें। अगर आपको योनी से संबंधित कोई परेशानी हो गई है तो उसके लिए जो भी दवा चल रही है उसे समय पर लेते रहें। एक हेल्दी जीवनशैली हमें कई समस्याओं से दूर रखने में मदद करती है। आप नियमित तौर पर व्यायाम करें, स्वस्थ और संतुलित आहार लें, धूम्रपान और शराब के सेवन से बवें और स्ट्रेस न लें।