स्कर्वी विटामिन सी की तीव्र कमी के कारण होने वाला रोग है। डॉक्टरों का कहना है कि इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका रोज़मर्रा के आहार में विटामिन सी के प्राकृतिक संसाधनों को शामिल करना है। हालांकि, स्कर्वी से जूझ रहे लोगों के लिए विटामिन सी की खुराक उपचार का हिस्सा बन जाती है।
कोविड-19 महामारी के दौरान, विटामिन सी की खुराक बहुत लोकप्रिय थी, क्योंकि कई लोगों को SARS-CoV2 से लड़ने के लिए अपनी इम्युनिटी में सुधार की उम्मीद थी। परिणामस्वरूप, विटामिन सी की गोलियों की बड़े पैमाने पर बिक्री देखी गई।
एमजीएम हेल्थकेयर, चेन्नई की प्रमुख और मुख्य आहार विशेषज्ञ एन विजयश्री कहती हैं कि “हाँ, विटामिन सी वास्तव में आपकी इम्युनिटी में सुधार के लिए आवश्यक है। हालांकि, अचानक से विटामिन सप्लीमेंट लेने से आप वायरस से नहीं बच सकते। इसे नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करना चाहिए।”
स्कर्वी के लक्षण
डॉ. कमल वर्मा, वरिष्ठ सलाहकार, आंतरिक चिकित्सा विभाग, अमृता अस्पताल, फ़रीदाबाद बताते हैं, “स्कर्वी बुजुर्गों, शराबियों और ज्यादा धूम्रपान करने वालों में अधिक आम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बुजुर्ग कम खाना खाते हैं या ऐसा आहार लेते हैं जिसमें उनकी उम्र के कारण विटामिन सी की कमी होती है। जबकि शराब या धूम्रपान पर निर्भर लोगों में विटामिन सी का लेवल कम हो जाता है।
डॉ. कमला के अनुसार, स्कर्वी के विभिन्न ध्यान देने योग्य लक्षण हैं-
- थकान
- मसूड़ों से खून आना या सूजन होना
- त्वचा में लाल धब्बा
- मांसपेशियों या जोड़ों में सूजन
- खुले घाव जिन्हें ठीक होने में समय लगता है
- दांतों का गिरना
डॉ. कमल बताते हैं कि स्कर्वी की शुरुआत व्यक्ति पर निर्भर करती है और ज्यादातर बीमारी के साथ ही इसकी पहचान की जाती है। वह कहते हैं कि “यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि मरीज़ हमारे पास यह कहकर नहीं आते हैं कि उनमें विटामिन सी की कमी है। कमी की पहचान अक्सर उस बीमारी के अन्य लक्षणों की जांच करते समय की जाती है जिसके इलाज के लिए वह आया है।”
वह बताते हैं कि ऐसे मामलों में कुछ आहार परिवर्तनों के साथ दवाएं और विटामिन सी की खुराक निर्धारित की जाएगी जो उनको ठीक करने में सहायता करेगी।
हमें विटामिन सी की आवश्यकता क्यों है?
विजयश्री कहती हैं कि “विटामिन सी एक पानी में घुलनशील विटामिन है जिसका अर्थ है कि इसे हमारे शरीर में संग्रहीत नहीं किया जा सकता है। इसकी अतिरिक्त मात्रा मूत्र के माध्यम से हमारे शरीर से बाहर निकल जाती है। इसलिए, रोजाना विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण है।” वह इस बात पर ज़ोर देती हैं कि असंगत सेवन के कारण, कई लोगों में विटामिन सी की कमी हो जाती है। वह कहती हैं, ”विटामिन सी इम्युनिटी के लिए भी महत्वपूर्ण है।”
डॉ. कमल बताते हैं कि विटामिन सी हमारे शरीर में कई भूमिका निभाता है। वह कहते हैं कि “विटामिन सी हमारी त्वचा के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि यह एक एंज़ाइम प्रदान करता है जो संयोजी ऊतक (टिशू) में कोलेजन के उत्पादन में सहायता करता है। यह ऊतक की मरम्मत में मदद करता है और घावों को अधिक तेज़ी से ठीक करने में मदद करता है।” वह कहते हैं कि विटामिन सी भोजन से आयरन के अवशोषण में सहायता करता है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि खून में पर्याप्त आयरन मौजूद है। इसलिए, व्यक्ति एनीमिया, स्कर्वी का एक अन्य लक्षण से पीड़ित नहीं होता है। वे कहते हैं कि “विटामिन सी ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण को कम करने और उसकी अवधि बढ़ाने में भी मदद करता है।”
डॉ. कमल कहते हैं, गैस्ट्रिक समस्याओं से पीड़ित लोगों को अक्सर विटामिन सी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। वे कहते हैं, “ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन सी एक बहुत अच्छा एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है जो विषहरण में मदद करता है। यह हमारे शरीर में नाइट्राइट के निर्माण को भी रोकता है, जो आमतौर पर मसालेदार या जंक फूड खाने से हो जाता है।”
स्कर्वी को मात देने के लिए विटामिन सी आहार
विजयश्री इस बात पर जोर देती हैं कि आपको अपनी इम्युनिटी कोशिकाओं को बढ़ावा देने के लिए पौष्टिक आहार खाना चाहिए। वह कहती हैं, “हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों के साथ-साथ इसकी कमी से बचने के लिए पर्याप्त प्रोटीन और जिंक का भी सेवन किया जाए।”
भले ही खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, विजयश्री सर्दी या गले में खराश होने पर इन फलों को लेने से बचने की सलाह देती है क्योंकि यह अस्वास्थ्यकर है। वह सलाह देती हैं कि “हम अक्सर देखते हैं कि लोग फ्लू या गले में खराश होने पर खट्टे फल खाने की कोशिश करते हैं, यह सोचकर कि यह उनकी इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। जब आप बीमार हों तो इनसे बचना सही है क्योंकि ये प्रकृति में अम्लीय होते हैं और संक्रमण को बढ़ा सकते हैं।”
विजयश्री विटामिन सी के सेवन के लिए आपके नियमित और संतुलित आहार में शामिल करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सब्जियों के नाम निम्न हैं-
- ब्रोकोली
- फूलगोभी
- पत्ता गोभी
- आलू
- पत्तेदार हरी सब्जियां
- टमाटर
- आंवला
वह कहती हैं कि “स्कर्वी से पीड़ित लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन सब्ज़ियों का सेवन उनकी खुराक के साथ किया जाए। हालाँकि, अगर उनकी स्थिति में सुधार नहीं होता है तो उन्हें डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और सही इलाज कराना चाहिए। ”
विजयश्री हालांकि चेतावनी देती हैं कि बहुत अधिक विटामिन सी भी अच्छा नहीं है क्योंकि यह शरीर में एसिडिटी बढ़ाता है और कभी-कभी गले में जलन भी पैदा करता है। इसलिए विटामिन सी का सेवन नियंत्रित किया जाना चाहिए।
कुछ ज़रूरी बातें
- स्कर्वी विटामिन सी की कमी का एक तीव्र रूप है जिसमें मसूड़ों से खून आना, मांसपेशियों में सूजन, थकान और दांतों का गिरना जैसे लक्षण होते हैं।
- यदि हमारे शरीर में इम्युनिटी कोशिकाओं को विटामिन सी युक्त आहार से पोषण दिया जाए तो स्कर्वी से बचा जा सकता है।
- विटामिन सी आपके नियमित घर के बने भोजन में पाया जा सकता है लेकिन आपको पत्तेदार हरी सब्जियां और खट्टे फल भी खाने चाहिए।