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सुबह का नाश्ता न छोड़ें​​: नाश्ता न करने से आपको हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं​
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सुबह का नाश्ता न छोड़ें​​: नाश्ता न करने से आपको हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं​

नाश्ता न करना दिल के लिए है हानिकारक
नाश्ता न करना दिल के लिए है हानिकारक

सुबह का नाश्ता करने से मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है और इससे हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं 

अधिकांश घरों में सुबह का मौहाल अव्यवस्थित ही रहता है। लोग बारबार अलार्म स्नूज़ करते हैं, फिर काम पर जाने के लिए बड़ी मुश्किल से उठते हैं और फिर भारी ट्रैफिक के बीच ऑफिस जाते हैं। ऐसे में हेल्दी नाश्ता करने की बात शायद ही किसी के दिमाग में आती होगी। जिंदगी की भागदौड़ के बीच नाश्ता छोड़ देना आम बात सी हो गई है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि नियमित रूप से ऐसा करने से स्वास्थ्य पर नुकसानदायक प्रभाव पड़ता है। 

नाश्ता दिन का सबसे ज़रूरी भोजन होता है और कई रिसर्च से पता चला है कि नाश्ता करने से हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। 

नाश्ता इतना महत्वपूर्ण क्यों है? 

हैदराबाद के न्यूट्रीक्लिनिक की फाउंडर और कंसल्टेंट न्यूट्रिशनिस्ट दीपा अग्रवाल का कहना है, “मेटाबॉलिज्म में सुधार और एनर्जी देने के अलावा, नाश्ता याददाश्त और एकाग्रता को भी बढ़ाता है। यह लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन [LDL] के लेवल को कम करने, जीवन के शुरुआती दिनों में डायबिटीज़ और हार्ट संबंधी समस्याओं को कम करने और वज़न कम करने में मदद करता है। इससे मांसपेशियों और मस्तिष्क के काम के लिए ज़रूरी ब्लड शुगर भी मिलता है। 

हैदराबाद में नेशनल अवॉर्डविनिंग न्यूट्रिशनिस्ट, फूड साइंटिस्ट और सीनियर न्यूट्रिशन कंसल्टेंट ज्योति छाबड़िया का कहना है, ”नाश्ता शरीर को ताज़गी प्रदान करता है। नाश्ता छोड़ने से आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, जिससे वज़न बढ़ सकता है। जब आपका वज़न बढ़ता है, तो आपके कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड लेवल भी बढ़ जाता है, जो आर्टरीज़ में परेशानी का कारण बन सकता है। इस तरह यह हार्ट को प्रभावित करता है। 

नाश्ता छोड़ने के जोखिम 

2019 में जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित स्टडी के अनुसार, नाश्ता को लेकर एक ग्रुप पर रिसर्च किया गया। अमेरिका में किए गए थर्ड नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रिशन एग्जामिनेशन सर्वे (NHANES III) में 6,550 वयस्कों का संभावित रूप से मूल्यांकन किया गया। इसमें पाया गया कि जो लोग नाश्ता नहीं करते थे, उनमें एथेरोस्क्लेरोसिस बढ़ने और हार्ट अटैक या स्ट्रोक से मरने की संभावना अधिक देखी गई। 

यूएस के अर्बाना स्थित ओएसएफ हेल्थकेयर कार्डियोवस्कुलर इंस्टीट्यूट की इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अला उजायली का कहना है, “अक्सर ऐसा देखा जाता है कि जिन लोगों की पहले से सुबह खानेपीने आदतें होती हैं और अगर वे नाश्ता छोड़ देते हैं, तो भूखे रह जाते हैं और फिर बाद में अत्यधिक कैलोरी वाले फूड्स खा लेते हैं। इसके कारण शरीर का वज़न और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और इससे हार्ट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। 

इलिनोइस स्थित कार्डियक नर्स प्रैक्टिशनर एम्बर किंगरी का कहना है कि नाश्ता छोड़ने से खानपान की आदतें बिगड़ी सकती हैं। रिसर्च से पता चला है कि जो लोग नाश्ता नहीं करते, उनमें फिज़िकल ऐक्टिविटी और एनर्जी कम देखी जाती है। वे सही समय पर डिनर भी नहीं करते हैं। बारबार नाश्ता करते हैं और साथ ही रेड और प्रोसेस्ड मीट भी खाते हैं, जिनसे शरीर को नुकसान होता है। 

भोजन करना और समय आधारित उपवास करना 

जर्नल ऑफ एकेडमी ऑफ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स में हाल ही में प्रकाशित एक रिसर्च में कहा गया है कि नाश्ता छोड़ने से हार्ट संबंधी समस्याओं के कारण मृत्यु का खतरा अधिक होता है। हैप्पीएस्ट हेल्थ के साथ एक ईमेल बातचीत में, रिसर्च करने वाले अमेरिका स्थित लीड ऑर्थर डॉ. यांगबो सन का कहना है कि रिसर्च भोजन करने पर आधारित है, कि समय आधारित उपवास करने पर है। 

उन्होंने कहा, “भोजन छोड़ना और समय आधारित उपवास करना, दोनों अलगअलग बातें हैं। समय आधारित उपवास में समय के अनुसार भोजन किया जाता है, जिसमें सभी फूड्स और कैलोरी युक्त ड्रिंक्स के सेवन को रोज़ निर्धारित लिमिट [उदाहरण के लिए, आठ घंटे] तक सीमित रखा जाता है। हमारी रिसर्च फूड्स छोड़ने पर आधारित थी, जिसमें प्रतिभागियों द्वाराफूड्सछोड़ने की रिपोर्ट की गई है। इसका मतलब है कि उन्होंने एक विशेष या एक से अधिक फूड्स को छोड़ा होगा, लेकिन किसी अन्य समय पर नाश्ता किया गया होगा। इसलिए हमारे रिसर्च की तुलना सीधे समय आधारित उपवास से नहीं की जा सकती है। 

छाबड़िया का कहना है कि शरीर को एक बार डिटॉक्स करने के लिए समय आधारित उपवास करना बेहतर होता है, लेकिन बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिन भर में छह बार थोड़ाथोड़ा भोजन करना अधिक बेहतर होता है। 

डॉ. उजायली का कहना है, “डायबिटीज़ या हार्ट संबंधी समस्याओं जैसी अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को कैलोरी के सेवन को व्यवस्थित करना चाहिए। अन्य स्वस्थ लोगों को भी अपने शरीर की बात सुननी चाहिए। अगर आपको सुबह 9 बजे भूख लगती है, तो सबसे अच्छा होगा कि आप सुबह 7 बजे इस भूख को महसूस करें और इससे पहले कि आपका दिमाग आपको अधिक खाने के लिए कहे, आप कैलोरी का सेवन कर लें। 

हार्ट के लिए हेल्दी नाश्ता 

डॉ. अग्रवाल का कहना है कि दिन की शुरुआत में न्यूट्रिशन से भरपूर हार्ट के लिए नाश्ता करना हार्ट को स्वस्थ रखने का एक शानदार तरीका है। वह पांच फूड्स ग्रुप (फल, सब्जियां, अनाज, प्रोटीन फूड्स और डेयरी प्रोडक्ट) में से प्रत्येक से साबुत और बिना प्रोसेस्ड वाले फूड्स चुनने की सलाह देती हैं, जिनमें निम्न शामिल हो सकते हैं: 

  • अंडे, दही की किस्में (कम शुगर) और प्रोटीन की फलियां 
  • हेल्दी फैट के लिए नट्स, ऑलिव ऑयल और एवोकैडो 
  • फाइबर और कार्ब्स के लिए साबुत अनाज, सब्जियां और फल 

छाबड़िया का कहना है कि जिन लोगों को हेल्दी नाश्ता बनाने का समय नहीं मिलता है, वे अपने मेटाबॉलिज्म को ठीक करने के लिए कम से कम नट्स या कुछ फलों जैसे अन्य विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन कभी भी खाली पेट नहीं रहना चाहिएवह अमेरिकी राइटर एडेल डेविस द्वारा लिखित एक कोट कहती हैं, “नाश्ता एक राजा की तरह करें, लंच राजकुमार की तरह करें और डिनर एक गरीब व्यक्ति की तरह करें।” 

​संक्षिप्त विवरण​ 

  • नियमित रूप से नाश्ता छोड़ने से हार्ट संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। 
  • एक्सपर्ट्स का कहना है कि नाश्ता छोड़ने से मोटापा बढ़ने, कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई होने, खाने की गलत आदत लगने के साथ और ब्लड प्रेशर में वृद्धि हो सकती है, जो हार्ट की स्थिति के लिए सही नहीं है। 
  • दिन की शुरुआत में स्वस्थ नाश्ता करना हार्ट को स्वस्थ रखने का शानदार उपाय है। 

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